दंतेवाड़ा। तीन साल पुराने हत्या के अनसुलझे मामले को गीदम पुलिस ने सुलझाया लिया है. प्रार्थी पिता ही अपनी बेटी का हत्यारा निकला. आरोपी पिता ने अपनी लड़की की हत्या कर फांसी के फंदे पर लटका दिया था. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी लड़की मोबाइल फोन में लगातार बात करती रहती थी. मना करने पर नहीं मानती थी, जिससे हमेशा विवाद होता था. इसके चलते आवेश में आकर उसने वारदात को अंजाम दिया।पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने साल के अंत में लंबित गंभीर मामलों के संबंध में क्राइम मींटिग लेकर त्वरित निराकरण के निर्देश दिए थे. थाना गीदम में दर्ज तीन वर्ष पुराने अनसुलझे हत्या के प्रकरण में एसपी ने बारीकी से अध्ययन कर दिशा निर्देश दिए थे. रामकुमार वर्मन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा एवं आशा रानी पुलिस अनुविभागीय अधिकारी के पर्यवेक्षण में मामले की पुन: बरीकी से विवेचना की गई. घटना के संबंध में 21 अगस्त 2019 को प्रार्थी सोनधर नाग पिता मंनसू नाग ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी लड़की अंजू नाग फांसी लगा ली है. रिपोर्ट पर थाना गीदम में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया था.जांच के दौरान मृतिका कुमारी अंजू नाग का गला दबाकर हत्या करना एवं फांसी पर टांगना पाया गया. विवेचना के दरम्यान प्रार्थी एवं अन्य संदेहियों से लगातार पूछताछ की गई, जिस पर आरोपी का पता नहीं चल पा रहा था. चूकिं घटना के पहले एवं बाद में मृतिका अंजू नाग पिता सोनधर नाग और मृतिका ही घर में उपस्थित थे इसलिए प्रार्थी के उपर ही शंका हो रही थी, लेकिन आरोपी प्रारंभ से ही पुलिस को गुमराह कर रहा था और हत्या को आत्महत्या बताता रहा।