कानपुर 13 अपै्रल । कराचीखाना स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में 11 लाकरों से करीब पौने चार करोड़ रुपये के जेवर चोरी का सिलसिला अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को 11वें लाकर से जेवर चोरी होने के बाद अभी भी संदेह बना है कि और मामले सामने आ सकते हैं। अभी इस बात की भी चर्चा है कि कितने लाकर और खाली निकल सकते हैं। मास्टरमाइंड ने बैंक में कितने लाकर खाली किए हैं, इसका रहस्य अभी बरकरार है। गिरफ्तार मास्टरमाइंड लाकर इंजार्ज और बैंक मैनेजर से पूछताछ के बाद पुलिस के रडार पर छह सराफा कारोबारी आए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।मंगलवार को मोती मोहाल के रहने वाले अमिता गुप्ता लाकर चेक करने पहुंचे तो खाली मिला। करीब 22 लाख रुपये के जेवर लाकर से गायब थे। इससे पहले भी 10 लाकरों से जेवर चोरी होने के मामले सामने आ चुके हैं। अबतक लाकरों से पौने चार करोड़ रुपये के जेवर चोरी हो चुके हैं। शाखा के स्ट्रांग रूम में एक हजार से ज्यादा लाकर हैं, इसमें पांच सौ से ज्यादा लाकर ग्राहकों को किराये पर आवंटित हैं। अबतक करीब ढाई सौ लाकर ग्राहकों द्वारा खोले जाने के बाद 11 लाकरों से जेवर चोरी के केस उजागर हुए हैं। अभी कई लाकर नहीं खुले हैं, ऐसे में अभी चर्चा बनी हैं कि और लाकर भी खाली निकल सकते हैं।सेंट्रल बैंक के 11 लाकर से अब तक करीब चार करोड़ रुपये के जेवर पार हो चुके हैं। अनुमान के मुताबिक इनका वजन 11 से 12 किलो के आसपास है। वहीं, पुलिस ने लाकर मेंटीनेंस कंपनी से जुड़े चंद्रप्रकाश व अन्य से 342 ग्राम जबकि मास्टर माइंड शुभम मालवीय से 145 ग्राम सोना बरामद किया है। इस तरह कुल 487 ग्राम सोना अब तक बरामद हुआ है। हालांकि, पुलिस ने इसे लिखा-पढ़ी में पीली धातु करार दिया है।मामले में पकड़े गए पांचों आरोपितों से पूछताछ में छह सर्राफ के नाम प्रकाश में आए हैं। चंद्रपकाश से चार सर्राफ के नाम पता चले, जबकि दो अन्य के नाम जांच में सामने आए।