बर्मिंघम| भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के हाथों पांचवें टेस्ट में मिली हार के लिये दूसरी पारी में बल्लेबाजों की नाकामी पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि पहले तीन दिन दबाव बनाने के बाद उन्होंने मैच पर से पकड़ छोड़ दी। जो रूट और जॉनी बेयरस्टॉ के शतकों की मदद से इंग्लैंड ने भारत को सात विकेट से हराया।
मेजबान ने 378 रन का लक्ष्य हासिल किया जो टेस्ट क्रिकेट में उसके लिये सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करके मिली जीत है।
बुमराह ने मैच के बाद कहा ,‘‘ टेस्ट क्रिकेट की यही खूबी है कि तीन दिन अच्छा खेलने के बावजूद यह संभव है। हम कल अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सके और वहीं से मैच हमारी जद से निकल गया।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ यह अगर मगर तो हमेशा रहेगा। पहले मैच में बारिश नहीं हुई होती तो हम श्रृंखला जीत जाते। लेकिन इंग्लैंड ने बहुत अच्छा खेला।’’ बुमराह ने पहली पारी में शतक बनाने वाले ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा की तारीफ की।
उन्होंने कहा ,‘‘ पंत और जडेजा ने जवाबी हमले से हमें मैच में लौटाया। हमने मैच पर दबाव बना लिया था।’’ उन्होंने कहा कि कप्तानी की जिम्मेदारी का उन्होंने पूरा मजा लिया। उन्होंने कहा ,‘‘ यह मैने तय नहीं किया था। मुझे जिम्मेदारियां पसंद है। यह अच्छी चुनौती थी और टीम की कप्तानी करना गर्व की बात है और शानदार अनुभव भी।’’ इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि उनकी टीम टेस्ट क्रिकेट को खेलने का तरीका बदल रही है।
उन्होंने कहा ,‘‘ इस तरह से खिलाड़ियों के खेलने पर मेरा काम आसान हो जाता है। ड्रेसिंग रूम में स्पष्टता होने पर लक्ष्य का पीछा करना आसान होता है। 378 का स्कोर पांच सप्ताह पहले बड़ा था लेकिन अब सब ठीक है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ हम टेस्ट क्रिकेट को खेलने का तरीका बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले चार पांच सप्ताह से यह कोशिश जारी है। हम टेस्ट क्रिकेट को नया जीवन देना चाहते हैं। नयी पीढ़ी को प्रेरित करना चाहते हैं , नये प्रशंसक बनाना चाहते हैं , टेस्ट क्रिकेट पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं।’’
दोनों पारियों में शतक जमाने वाले मैन आफ द मैच जॉनी बेयरस्टॉ ने कहा कि उन्हें नाकामी का कभी डर नहीं था और वह बस विरोधी टीम पर दबाव बनाना चाहते थे।
उन्होंने कहा ,‘‘ इस समय बहुत मजा आ रहा है। पिछले कुछ साल मेरे लिये कठिन रहे लेकिन पिछले कुछ महीने शानदार थे। मैं इसका पूरा मजा ले रहा हूं। हम इस रवैये से मैच हारेंगे भी लेकिन यह काफी सकारात्मक ब्रांड की क्रिकेट है।’’
मैन आफ द सीरिज जो रूट ने कहा कि उन्हें भारत के दिये लक्ष्य को हासिल करने का पूरा यकीन था। अपने फॉर्म के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ हम लगातार बेहतर प्रदर्शन की कोशिश करते हैं और खेल का मजा भी लेते हैं। जॉनी की बल्लेबाजी शानदार थी और मैं बस उसे स्ट्राइक देते रहना चाहता था।